How to solo travel for beginners

सायद ही कोई इंसान होगा जिसे यात्रा करना पसंद न हो। हर इंसान की यह तमना होती है की वह पूरी दुनिया का अपने आखो से देखे और पूरी दुनिया को गहने का मन करता है और कई लोगो को दुनिया के अलग – अलग संस्कृति को पहचानने और जानने का भी मन करता hai.

इस थकावट भरी दुनिया में कोई लोग मज़ा करने के लिए यात्रा करना पसंद करते है। आप देखते हो होंगे की आज कल यह कई लोगो की पहेली पसंद बनता जा रहा है। वैसे तो फ़ो तरह के यात्री होते है , पहला तो ग्रुप में घूमने वाले यात्री और दूसरा अकेले घूमने wale.

आज कल अकेले घूमने का फैशन होता जा रहा है। कई लोग अकेले घूमना पसंद करते hai.

आप जानते है आज कल अकेले घूमने वालो को “Solo travelver” कहा जाता है। जैसे ग्रुप में सफर करने का अपना ही मज़ा और फायदा है वैसे ही अकेले घूमने का अपना मज़ा और अपना फायदा है।

“Solo travel ” करने का बहुत फायदा होता है जैसे एक तो आपको अपने कम्फर्ट जाने से बहार जाने का मौका मिलता है। दूसरा आप खुद के साथ रिश्ता बनाते है और खुद को समझने का मौका मिल जाता है। आपको आज़ादी भी मिल जाती है, अकेले सफर करते वक़्त आपको रोक टोक करने वाला कोई नहीं होता है और आप अपने ज़िन्दगी जी लेते है।

“Solo travel” करने का एक फायदे यह भी है की आपको खुद में आत्मविश्वास होने लगता है और आप मुस्किलो से लड़ने लगते हो।

अगर आपको भी अकेले सफर करने का मन करता है और आप “Solo traveler” बनना है तो आपको नय सिरे से सुरु करना होगा और आपको खुद ही साडी चीज़े तैयार करनी पड़ेगी। “Solo traveler” में सब कुछ आपको ही तैयार करना पड़ेगा।

आज हम आपको अपने blog/aritcle के जरिए आपको “Solo traveler” बनने की पूरी जानकारी देंगे जो आपको अकेले सफर करते वक़्त काम आएगी। चलिए सुरु करते है और जानते है की “Solo traveler” बनने में क्या क्या और कौन कौन से बातें हमे याद रखनी चईये।

How to become Solo traveler for beginner.

सफर करने से पहले आपको अपनी यात्रा की जगह तय करनी पड़ेगी, यह सबसे पहला और सबसे जरुरी कदम होगा । यात्रा की जगह खोजने से पहले आपको कई बातो का ध्यान रखना पड़ेगा। जैसे : यात्री की जगह आपके लिए सुलाबव है या नहीं, यात्रा की जगह आपके सरीर के लिए अनुकूल है या नहीं और सबसे बरी बात यात्रा की जगह में घूमने वाली चीज़े क्या क्या है।

अकेले सफर करने से पहले आपको अच्छी तरह से खोज- बिन करनी चाइये क्यों की बाद में आपको यह सब चीज़ो का समय नहीं मिलेगा। आपको घूमने की जगह के बारे में सब चीज़ो की जानकारी होनी चाइये, आपको कहा खाना है आपको कहा घूमना है आपको कहा रहना है। सब चीज़ो की जानकारी आप पहले से ही निकल के रखिये क्यों आप इस सफर में अकेले है।

अकेले सफर करते वक़्त आपको हमेशा अपने पैसो का ध्यान अवश्य रखना चाहिए क्यों आप जानते ही होने “इंसान नहीं पैसो बोलता है।” अगर आपको सफर के दौरान अगर आपके पास पैसो की कमी हो जय तो वह पैर आपको पैसा देने वाला कोई नहीं होगा। अकेले सफर करते वक़्त आपको हमेशा जरुरत के पैसो को खर्च नहीं करना चईये।

आपको पहले से ही अपने रहने, खाने और पीने के पैसो को बच्चा के रखे।

“Solo travel” करते वक़्त आपको कम से कम सामने को ले जाना चईयेः ताकि आपको अपनी सामने के पीछे अपनी ऊर्जा खर्च नहीं करनी पड़े। सामने को पैक करते वक़्त आपको समझदारी से काम लेनी चाइये।

आपको सफर के दुराण ज़्यदा से ज़्यदा लोगो के बिच में ही रहना चाइये, इसका एक फायदा भी है। अगर आप लोगो के बिच में रहते है तो आपको लोगो से बात करना आजाएगा और आप सफर के दुराण मज़ा भी ले पाएंगे। अगर आप लोगो के बिच में रहते है तो आप उन लोगो के संस्कृति को भी जान पायेंगे।

अकेले सफर के दुराण, आपके परिवार को आपकी ख़फ़ी चिंता होती है तो इसलिए आप उन लोगो से हमसे बात करते रहैंगा जिससे आपका भी मन लगा रेहगा। अकेले सफर करते समय मन लगाने के लिए आप लोगो से बात करते रहिये।

जहॉ भी आपको सफर के दुराण अच्छा महसूस न हो तो वहॉ से चले जाइये। अनजान सेहर में आपका कोई नहीं होगा और अगर आप कोई मुसीबत में फस जाइएगा तो वहॉ पैर आपको बचने वाला कोई नहीं होगा, इसलिए हमेशा तैयार रहैए।

सफर के दुराण आपको हमेशा न्य दोस्त बनाना चाइये। अकेले सफर करते वक़्त आपको अकेलेपन बहुत महसूस होगा। इसलिए आपको सफर के दुराण दूसरे लोगो से बात करना चाइये जिससे आपका मन लगा रहेगा।

हो सकता है आपको अकेले सफर करते वक़्त कुछ – कुछ दर भी लगे मगर आपको यह पता होना चाइये की पहेली बार सफर करते वक़्त सभी लोगो को दर और मुसीबत से मुलाकात करनी पार्टी है। आप इन सब चीज़ो से डरिये मत, थोड़ी थोड़ी मुसीबत सबके सामने अत्ति रहती है। यह मुसीबते आपको कुछ न कुछ सीखा ही देती है।

Conclusion:

यह कुछ बिंदु थे जो मेने आपको बातये है और मेरे ख्याल से आपको इन सभी बातो का ख्याल रखना चाइये। वैसे में आपको कह देकता हु की अकेले सफर करना कोई बरी बात नहीं है, यह बस सिखने की एक कला है। आप जिंटा घूमिएगा उतना ही माहिर हो जाएगया।

Leave a Comment